Delhi-Varanasi Bullet Train: उत्तर प्रदेश को जल्द बुलेट ट्रेन की सौगात मिलने वाली है. दिल्ली-वाराणसी के बीच बुलेट ट्रेन चलाने की तैयारी की जा रही है. सुरक्षा के लिहाज से इस रूट पर एलिवेटेड ट्रैक हो सकता है. इतना ही नहीं अंडरग्राउंड स्टेशन बनाने की भी प्लानिंग की जा रही है.
दिल्ली से वाराणसी के बीच बुलेट ट्रेन चलाने की प्लानिंग की जा रही है. रूट के फिजिबिलिटी टेस्ट के अलावा सर्वे का भी काम तकरीबन पूरा हो चुका है. अब दिल्ली से वाराणसी के बीच बुलेट ट्रेन के स्टॉपेज को लेकर प्लानिंग की जा रही है. जानकारी के मुताबिक, दिल्ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन रूट पर एलिवेटेड ट्रैक भी बनाया जा सकता है.
बताया जा रहा है कि 2024 तक दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड रेल कॉरिडोर प्रोजेक्ट का काम पूरा करने की तैयारी है. यह कॉरिडोर 958 किलोमीटर लंबा होगा. इस रूट पर 13 स्टेशन होंगे, जिसमें से 12 उत्तर प्रदेश में पड़ेंगे. इतना ही नहीं लखनऊ से अयोध्या को कनेक्ट करने वाला 123 किलोमीटर लंबा रेलमार्ग भी इस रूट पर होगा. इतना ही नहीं इस रूट पर 330 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन दौड़ेगी.
एक रिपोर्ट के मुताबिक इस पूरे प्रोजेक्ट पर करीब 1 लाख 71 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. हाईस्पीड रेल कॉरिडोर दिल्ली, नोएडा, जेवर एयरपोर्ट, मथुरा, आगरा, न्यू इटावा, साउथ कन्नौज, लखनऊ,अयोध्या, रायबरेली, प्रयागराज, न्यू भदोही और वाराणसी को कनेक्ट करेगा. अभी वाराणसी से दिल्ली पहुंचने के लिए 10 से 12 घंटे का वक्त लगता है, वहीं बुलेट ट्रेन से यह दूरी तकरीबन 3.33 घंटे में ही पूरी कर ली जाएगी.
दिल्ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन रूट पर अंडरग्राउंड स्टेशन बनाने की भी प्लानिंग की जा रही है. बुलेट ट्रेन के लिए अलग से पटरियां बिछाई जाएंगी. इतना ही नहीं इसके लिए खास स्टेशन भी होंगे. बता दें कि वाराणसी के अलावा अयोध्या और आगरा को भी हाईस्पीड रेल कॉरिडोर से कनेक्ट किया जाएगा.
दिल्ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन एक दिन में दिल्ली से वाराणसी के बीच 18 फेरे लगाएगी. इसके अलावा ट्रेन दिल्ली से आगरा के बीच 63, दिल्ली से लखनऊ के बीच 43 और दिल्ली से अयोध्या के बीच 11 फेरे लगाएगी. सुरक्षा के लिहाज से दिल्ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन रूट पर एलिवेटेड रेलवे ट्रैक बनाया जाएगा ताकि हाई स्पीड ट्रेन अंडरग्राउंड रन करेगी. इसके लिए नोएडा में बन रहे जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नजदीक अंडरग्राउंड स्टेशन बनाने की प्लानिंग की जा रही है.
बुलेट ट्रेन के जरिये उत्तर प्रदेश के प्रमुख तीर्थस्थानों को जोड़ने की भी कोशिश की जाएगी. बताया जा रहा है कि रूट मैप को कुछ इस तरह तैयार किया गया है कि यूपी के फेमस जगह भी रूट पर पड़ें.