दहशत में दुश्मन… पीछे छूटा अमेरिका, जापान ने बना ली बिजली से चलने वाली दुनिया की पहली गन मशीन

Electromagnetic Railgun: जापानी नौसेना ने डिफेंस एजेंसी ALTA के साथ मिलकर इसकी टेस्टिंग की है, जो सफल रही है. एजेंसी ने दावा किया है कि देश में पहली बार इस रेलगन की टेस्टिंग की गई है. इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेलगन एक एडवांस्ड हथियार है जो जापान की नेवी को पावरफुल बनाएगा. जानिए कितनी पावरफुल है यह इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेलगन.

 

 

Enemy in panic… America left behind, Japan made the world's first gun machine running on electricity

दुनिया के ज्यादातर देश अब रक्षा के क्षेत्र में खुद को मजबूत बनाने में जुटे हैं. जापान भी इसी राह पर चल पड़ा है. अब इजराइल और हमास की जंग के बीच जापान ने बिजली से चलने वाली गन मशीन की घोषणा की है. जापानी नौसेना ने डिफेंस एजेंसी ALTA के साथ मिलकर इसकी टेस्टिंग की है, जो सफल रही है. एजेंसी ने दावा किया है कि देश में पहली बार इस रेलगन की टेस्टिंग की गई है. समुद्री जहाज से होने वाली इस टेस्टिंग का वीडियो ALTA ने ट्विटर पर पोस्ट किया है. जापान का मानना है कि इसे जमीन और समुद्र दोनों पर इस्तेमाल किया जा सकेगा.

इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेलगन एक एडवांस्ड हथियार है जो जापान की नेवी को पावरफुल बनाएगा. जानिए कितनी पावरफुल है यह इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेलगन.

Enemy in panic… America left behind, Japan made the world's first gun machine running on electricity

5 पॉइंट में जानिए इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेलगन की खूबियां

आवाज से भी 7 गुना तेज स्पीड से चलती है:यह रेलगन एक इलेक्ट्रोमैग्नेटिक हथियार है. जिस गति से किसी ध्वनि की आवाज हमारे कानों तक पहुंचती है उससे भी 7 गुना तेज स्पीड से यह काम करती है. खास बात है यह गन टार्गेट को तबाह करने के लिए बिजली का इस्तेमाल करती है.

2016 में बना था प्रोटोटाइप:यूरोटाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, जापान के इस 16 एमएम वाली रेलगन के प्रोजेक्ट की शुरुआत 1990 में यहां की एजेंसी ग्राउंड सिस्टम्स रिसर्च सेंटर ने की थी. 2016 में इस एजेंसी ने इसका एक प्रोटोटाइप तैयार किया. 2018 में पहली बार वीडियो फुटेज के जरिए यह पुष्टि हुई कि जापान रेलगन को बनाने की तैयारी कर रहा है. ALTA ने इसके प्रमाण भी दिए.

घटाई-बढ़ाई जा सकेगी रफ्तार:रेलगन प्रोजेक्ट की शुरुआत में जिस तरह का हथियार बनाने की योजना बनाई गई थी नया हथियार उससे कहीं ज्यादा एडवांस्ड है. डिफेंस एजेंसी ALTA के मुताबिक, यह 2,230m/s की स्पीड से टार्गेट पर हमला करती है. हालांकि ,इसके बारे में बहुत ज्यादा जानकारी नहीं दी गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, रेलगन कितनी रफ्तार के साथ अपने टार्गेट को ध्वस्त करेगी, इसे तय किया जा सकेगा.

ट्रक में फिट किया जा सकेगा: रिपोर्ट के मुताबिक, ALTA प्लान कर रहा है कि इन रेलगन को खास तरह के ट्रक में लगाया जाएगा. दिखने में ठीक वैसे ही लगेगा हायपर सोनिक मिसाइलों को तैयार किया जाता है. दिलचस्प बात है कि रेलगन के इस प्रोजेक्ट को जापान की सरकार ने 2020 में खारिज कर दिया था. जापान के मिसाइल डिफेंस सिस्टम को ध्यान में रखते हुए वापस इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया गया.

अब आगे क्या: अब जापान लम्बी रेंज वाली मिसाइलों पर काम करने की तैयारी करने के बारे में सोच रहा है. हालांकि अमेरिका अब तक रेलगन नहीं बना पाया है, लेकिन जापान ने ऐसा करके चीन और नॉर्थ कोरिया जैसे दुश्मन देशों की नींद जरूर उड़ा दी है.

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top