एंड्रॉयड फोन यूजर्स के लिए CERT की तरफ से ‘क्रिटिकल वॉर्निंग’, तुरंत कर लें ये बदलाव

Android की पॉपुलैरिटी किसी से छिपी नहीं है. इस ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) पर भारत समेत पूरी दुनिया में करोड़ों मोबाइल फोन काम करते हैं. भारत सरकार ने  एंड्रॉयड मोबाइल यूजर्स के लिए एडवाइजरी जारी की है. यह वॉर्निंग Android OS Version 11, 12, 12L और 13 पर काम करने वालों हैंडसेट यूजर्स के लिए जरूरी है 

'Critical warning' from CERT for Android phone users, make these changes immediately

Android की पॉपुलैरिटी किसी से छिपी नहीं है. इस ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) पर भारत समेत पूरी दुनिया में करोड़ों मोबाइल फोन काम करते हैं.भारत सरकार ने एंड्रॉयड मोबाइल यूजर्स के लिए एडवाइजरी जारी की है. यह वॉर्निंग Android OS Version 11, 12, 12L और 13 पर काम करने वालों हैंडसेट यूजर्स के लिए जरूरी है.

Android OS पर Google, Samsung, Realme, Redmi, OPPO, Vivo और OnePlus जैसे ब्रांड के फोन काम करते हैं  अगर आप Apple iPhone को छोड़कर किसी दूसरे ब्रांड का फोन यूज़ करते हैं तो यह खबर आपके लिए है. साथ ही आपको सावधान होने की जरूरत है.

CERT-In ने दी चेतावनी:

दरअसल, भारतीय लोगों को इंटरनेट और वर्चुअल दुनिया के खतरों से बचाने के लिए इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पोंस टीम (CERT-In) ने एक एडवाइजरी जारी की है सरकारी एजेंसी ने मल्टीपल वल्नरबिलिटी (लूप होल/कमजोरियों) का खुलासा किया है, जो एंड्रॉयड मोबाइल के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं. इन वल्नरबिलिटी की मदद से हैकर्स आम लोगों के फोन में मौजूद इंपोर्टेंट डेटा पर सेंध लगा सकते हैं. 

हैकर्स और स्कैमर्स बना सकते हैं निशाना: 

मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रोनिक्स एंड इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी के तहत काम करने वाली CERT-In के मुताबिक, इन वल्नरबिलिटी की मदद से हैकर्स और स्कैमर्स Android  स्मार्टफोन से सेंसटिव डेटा को एक्सेस कर सकते हैं और बैंक खाते तक में सेंध लगा सकते हैं. 

'Critical warning' from CERT for Android phone users, make these changes immediately

फोन में होता है इंपोर्टेंट डेटा और बैंक डिटेल्स:

स्मार्टफोन हमारी लाइफस्टाइल का जरूरी हिस्सा है, जिसमें बैंकिंग डिटेल्स, ओटीपी और पर्सनल डेटा है. हैकर्स या स्कैमर्स डिवाइस को हैक करके उसमें मौजूद जरूरी डेटा, फोटो और यहां तक कि बैंक अकाउंट तक खाली कर सकते हैं.

एंड्रॉयड फोन के लिए खतरनाक:

CERT-In के मुताबिक, इन वल्नरबिलिटी की मदद से एंड्रॉयड ओएस पर काम करने वाले हैंडसेट के फ्रेमवर्क, सिस्टम, गूगल प्ले सिस्टम , मीडियाटेक कंपोनेंट्स, Unisoc कंपोनेंट्स,  Qualcomm कंपोनेंट्स आदि पर सेंध मार सकता है. यूजर्स को बताए बिना वे मोबाइल का एक्सेस तक ले सकते हैं और उसे मनमुताबिक इस्तेमाल कर सकते हैं. 

कैसे रहें सेफ:

कंपनी मोबाइल यूजर्स के लिए समय-समय पर ओएस और सिक्योरिटी अपडेट जारी करती है. कई यूजर्स इन अपडेट्स को गैर जरूरी समझते हैं और मोबाइल के ओएस को अपडेट नहीं करते हैं. ऐसा नहीं करना चाहिए, यूजर्स को हमेशा सिक्योरिटी अपडेट्स को अप टू डेट रखना चाहिए |

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