प्राथमिकता वाले खंड पर रैपिडएक्स संचालन की तैयारी शुरू हो गई है। वहीं खास बात है कि रैपिडएक्स का साहिबाबाद स्टेशन हर साल 4.5 लाख यूनिट बिजली पैदा करेगा। मेरठ के स्टेशनों पर भी सोलर पैनल लगाए जाएंगे।
रैपिडएक्स का साहिबाबाद स्टेशन हर साल 4.5 लाख यूनिट बिजली पैदा करेगा। इस स्टेशन पर करीब 5400 वर्गमीटर क्षेत्रफल में रूफ सोलर पैनल लगाने का 90 फीसदी काम पूरा हो गया है। सोलर पैनल से मिलने वाली बिजली को स्टेशन की लाइटों के अलावा बिजली उपकरण चलाने में किया जाएगा। मेरठ के स्टेशनों पर भी सोलर पैनल लगाए जाएंगे।
हालांकि स्टेशन और ट्रेन संचालन में बिजली की आपूर्ति के लिए एनसीआरटीसी ने विद्युत सब-स्टेशन लगाए हैं, लेकिन स्टेशनों पर उपयोग होने वाली लाइटों के लिए सौर ऊर्जा का इस्तेमाल किया जाएगा।
एनसीआरटीसी के मुख्य जनसंपर्क अधिकरी पुनीत वत्स ने बताया कि साहिबाबाद स्टेशन की लंबाई 216 मीटर व चौड़ाई 25 मीटर है और स्टेशन की छत का आकार भी यही है। इसी रूफ शेड पर सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इससे पहले दुहाई डिपो में सोलर पैनल लगाकर बिजली का उत्पादन शुरू किया जा चुका है। स्टेशनों पर सोलर पैनल लगाकर वैकल्पिक ऊर्जा का उत्पादन कर रोजाना की जरूरतों को पूरा किया जाएगा।
प्राथमिकता वाले खंड पर रैपिडएक्स संचालन की फिर शुरू हुई तैयारी
दुहाई से साहिबाबाद के बीच 17 किलोमीटर के प्राथमिकता खंड पर रैपिडएक्स ट्रेनों का यात्रियों के लिए संचालन शुरू करने की कवायद फिर से शुरू हो गई है। एनसीआरटीसी के अधिकारी इस खंड का कई बार निरीक्षण कर चुके हैं। उम्मीद की जा रही है कि नवंबर में इस खंड में यात्री रैपिडएक्स ट्रेनों की सवारी कर सकेंगे।
एनसीआरटीसी की ओर से कई महीने पहले इस प्राथमिकता खंड पर ट्रायल का काम पूरा हो चुका है। वर्तमान समय में ट्रेनों का संचालन निरंतर उसी तरह किया जा रहा है, जैसे उद्घाटन होने के बाद किया जाना है। स्टॉपेज टाइम से लेकर ट्रेनों की गति भी नियमित संचालन की तरह मेंटेन की जा रही है।
रैपिडएक्स कॉरिडोर पर यात्रियों के लिए ट्रेनों का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे, ऐसे में प्रधानमंत्री कार्यालय से ही उद्घाटन का कार्यक्रम तय किया जाना है। एनसीआरटीसी के अधिकारियों ने फिनिशिंग के बाकी बचे काम को तेजी से पूरा करना शुरू कर दिया है।